पीलीभीत:- मेडिकल कॉलेज में रोजाना ओपीडी करीब एक हजार के आसपास है। बावजूद इसके मलेरिया की जांच का दायरा नहीं बढ़ पा रहा है। मेडिकल कॉलेज में रोजाना 15 से 20 लोगों की ही मलेरिया की जांच हो पा रही है। ऐसे में कम लोगों की जांच होने से मलेरिया के मरीज ट्रेस नहीं हो पा रहे हैं। तापमान में बढ़ोतरी होने के साथ ही शाम के समय मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है। ऐसे में लोग मच्छरजनित बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। मलेरिया का जिले में प्रकोप बढ़ा तो मेडिकल कॉलेज में आयुष विंग में अलग से काउंटर खोलकर जांच की सुविधा शुरू करा दी गई।
ओपीडी में मरीजों की समस्या सुनने के बाद चिकित्सकों को बुखार से संबंधित मरीजों की मलेरिया और अन्य जांचे कराने के निर्देश दिए गए। बावजूद इसके यहां मात्र 15 से 20 लोगों की मलेरिया की जांच हो पा रही है। मेडिकल कॉलेज में बुखार पीड़ित सभी मरीजों की मलेरिया और डेंगू की जांच होनी चाहिए। सिर्फ 20 लोगों की ही जांच होना समझ से परे है। शत प्रतिशत बुखार पीड़ित मरीजों की जांच करने के लिए सीएमएस को पत्र भेजा जाएगा।
– डॉ. आलेाक कुमार, सीएमओ