प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कांग्रेस कंपनी एससी-एसटी और पिछड़ों का आरक्षण मुसलमानों को देना चाहती है। कर्नाटक में इन्होंने रातों-रात मुस्लिमों को ओबीसी घोषित कर दिया। वहां ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण मिला था। उसमें डाका डाल दिया। यूपी में ऐसा हुआ तो यहां के ओबीसी के हक का क्या होगा? यह बहुत बड़े खतरे की घंटी है।
पीएम शनिवार को इटावा लोकसभा क्षेत्र में भरथना ब्लाक के गांव ढकपुरा के पास स्थित पक्के ताल में जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कांग्रेस-सपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ये दोनों ही पार्टियां अपने-अपने बच्चों के भविष्य के लिए चुनाव लड़ रही हैं, जबकि मोदी और योगी आपके बच्चों के भविष्य के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। कहा कि मोदी एक हजार वर्ष के भारत की राह के लिए नींव तैयार कर रहा है, ताकि वह रहे या न रहे पर विकसित भारत रहे। दूसरी ओर, दोनों शहजादे अपनी विरासत बचाने के लिए लड़ रहे हैं।
पीएम मोदी ने सपा और कांग्रेस को परिवारवादी पार्टी बताया। कहा कि इनके यहां परिवार के लोग ही प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बनते हैं। सपा पर हमला बोलते हुए कहा कि सपा को यादव समाज में सिर्फ अपने ही परिवार के पांच लोग टिकट देने के लिए मिले। यदि इनके यहां 80 लोग होते तो सभी टिकट उन्हें ही दिए जाते। उन्होंने कहा कि देश को कोरोना के संकटकाल में भी इन लोगों ने झूठ फैलाया था। देश के वैज्ञानिकों ने टीका बनाया, लेकिन सपा और कांग्रेस के लोग इसको भी बदनाम करने लगे। खुद चोरी-छिपे टीके लगवाते थे, लेकिन टीवी पर लोगों को भड़काते थे, ताकि हाहाकार मचे और पाप मोदी के माथे पर लगे।
नेजा जी ने मुझे दिया था आशीर्वाद, अब उनके भाई भाजपा को जिताने की कर रहे अपील
उन्होंने सपा पर तंज कसते हुए कहा कि जब वर्ष 2014 में संसद का अंतिम सत्र चल रहा था। उस समय संसद में मुलायम सिंह जी भाषण के लिए खड़े हुए। उन्होंने कहा था, मोदी जी, आप तो दोबारा जीतने वाले हैं। नेता जी, हमारे बीच नहीं हैं लेकिन संयोग से उनके सगे भाई भाजपा को जिताने की अपील कर रहे हैं। उनके दिल की बात जुबान पर आ ही गई। दरअसल कुछ दिन पूर्व शिवपाल सिंह यादव ने अपने संबोधन में सपा की जगह भाजपा को जिताने की अपील की थी। हालांकि उन्होंने तुरंत ही अपनी गलती सुधार ली थी।
श्रीकृष्ण की पूजा करने का मजाक उड़ाने वालों का यदुवंशी क्यों दे रहे साथ
प्रधानमंत्री ने कहा कि वह कुछ दिन पहले वह द्वारिका में समुद्र के अंदर श्रीकृष्ण की पूजा अर्चना के लिए गए थे। उस पर शहजादे ने मजाक उड़ाया था। मैं सपाइयों से पूछना चाहता हूं कि आप तो खुद को यदुवंशी कहते हैं तो आप श्रीकृष्ण के अस्तित्व पर सवाल उठाने वाले और उनकी पूजा का मजाक उड़ाने वालों का साथ कैसे दे सकते हैं।