हरिद्वार:- देहरादून से बलिया जा रही एक प्राइवेट आपरेटर की बस को पुलिस ने चंडी घाट पुलिस चौकी पर चेकिंग के दौरान रोक लिया। 49 यात्रियों के लिए पास इस बस में ठूंस-ठूंसकर कुल 74 सवारियां बैठाई हुई थी। पुलिस ने बस को सीज करते हुए चालक-परिचालक को जमकर फटकार लगाई। साथ ही यात्रियों को भी जागरूक किया। उनको कोई परेशानी न हो, इसके लिए दूसरे वाहन की व्यवस्था भी कराई गई। एसपी सिटी पंकज गैरोला ने बताया कि चोरी छिपे ज्यादा सवारी भरने के कारण होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की ओर से कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
श्यामपुर थानाध्यक्ष नितेश शर्मा के नेतृत्व में एक पुलिस टीम ने चौकी चंडी घाट पर यात्री बस को चेकिंग के दौरान रोका। देहरादून से बलिया उत्तर प्रदेश जा रही बस को चेक करने पर 74 सवारियां बैठाने की बात सामने आई। जबकि बस 49 सवारियों में पास थी।
निश्चित संख्या से अधिक सवारी भरने पर बस का एमवी एक्ट में चालान कर सीज किया गया। जबकि बस में बैठी सवारियों को उतरवाकर उन्हें जागरूक किया गया कि अपनी जान हथेली पर रखकर यात्रा न करें। इसके बाद अन्य वाहनों से उन्हें बलिया रवाना किया गया। श्यामपुर थानाध्यक्ष नितेश शर्मा ने बताया कि अधिकांश लोग होली की छुट्टी पर अपने घरों को जा रहे थे।
सड़कों पर दौड़ रहे ओवर लोड वाहन बन रहे हैं हादसों का सबक
इसी तरह का नजारा हरिद्वार में भी देखने को मिला, सड़कों पर गन्ने तथा खनन सामग्री से लदे सरपट दौड़ रहे ओवरलोड वाहन हादसों का सबब बन रहे हैं। कार्रवाई नहीं होने से इनके हौसले बुलंद है। जिससे स्थानीय लोगों में रोष व्याप्त है।
गन्ने व खनन सामग्री से लदे ओवरलोड वाहन क्षेत्र में सड़कों पर सरपट दौड़ रहे हैं। जिससे हमेशा हादसों की आशंका बनी रहती है। स्कूलों की छुट्टी के दौरान वाहनों के कारण सड़कों पर जाम की स्थिति बनी रहती है। ओवरलोड वाहनों के चलते पूर्व मे कई बार हादसे हो चुके हैं।
जिसके चलते पुलिस प्रशासन द्वारा स्कूलों की छुट्टी के दौरान ओवरलोड वाहनों के नगर क्षेत्र में प्रवेश पर रोक लगा दी गयी थी। लेकिन कुछ समय बाद इन वाहनों का आवागमन फिर से सुचारु हो गया है। स्थानीय प्रशासन इस ओर से आंखें मूंदे हुए है। स्थानीय अधिकारियों पर खनन सामग्री से लदे वाहनों के सड़को पर दौड़ने को लेकर कई तरह के आरोप लगते रहे हैं।
पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि ओवरलोड वाहनों के खिलाफ लगातार करवाई की जा रही है। स्थानीय निवासी नरेंद्र, राजेश कुमार, पहल सिंह, सोहन सिंह, अश्वनी, कमल आदि का कहना है कि स्थानीय अधिकारियों की मिली भगत के चलते ओवरलोड वाहन सड़कों पर दौड़ रहे हैं। जिससे क्षेत्र में आए दिन हादसे हो रहे हैं।