आबकारी एक्ट के मुकदमे में विवेचना में दस हजार रुपये की मांग करने वाले बंडा थाने के उपनिरीक्षक नरेंद्र शर्मा को बरेली की एंटी करप्शन टीम ने शुक्रवार को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। उनके खिलाफ सदर बाजार थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है। बंडा थाने के सिपाही विक्रम सिंह ने दो मार्च को गांव भांभी निवासी सत्यपाल सिंह को दस लीटर अवैध शराब के साथ गिरफ्तार किया था। मुकदमे की विवेचना उपनिरीक्षक नरेंद्र कुमार शर्मा को दी गई थी। आरोप है कि दरोगा ने विवेचना के दौरान सत्यपाल से दस हजार रुपये रिश्वत की मांग की। रुपये ना देने पर मुकदमे में धारा बढ़ाकर जेल भेजने की धमकी दी।
सत्यपाल ने एंटी करप्शन टीम से संपर्क कर पूरी जानकारी दी। शुक्रवार को बरेली की ट्रैप टीम के प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार ने दरोगा नरेंद्र शर्मा को बंडा के सरकारी आवास से शाम सात बजे रंग हाथ दबोच लिया। दरोगा को लेकर जाने पर थाने के स्टाफ ने रोकने का प्रयास किया, पर सफल नहीं हो पाए। टीम प्रभारी सुनील की तहरीर पर पुलिस ने सदर थाने में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। 50 वर्षीय दरोगा बागपत जिले के थाना छपरौली के सिनोली के रहने वाले हैं।